ऑपरेशन सर्चलाइट 1971 में पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए एक सैन्य अभियान से संबंधित है। यह अभियान 25 मार्च, 1971 को शुरू हुआ था और इसका उद्देश्य पूर्वी पाकिस्तान में स्वतंत्रता आंदोलन को दबाना था।
इस अभियान के दौरान, पाकिस्तानी सेना ने बंगाली नागरिकों, विशेष रूप से हिंदुओं पर अत्याचार किए। हजारों लोग मारे गए, लाखों लोग विस्थापित हुए और कई महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया।
ऑपरेशन सर्चलाइट बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की शुरुआत का कारण बना। 9 महीने के युद्ध के बाद, पाकिस्तानी सेना ने भारत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश बन गया।
ऑपरेशन सर्चलाइट को इतिहास में सबसे क्रूर सैन्य अभियानों में से एक माना जाता है। यह अभियान बांग्लादेश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है और यह आज भी देश की राजनीति और समाज को प्रभावित करता है.
यहां ऑपरेशन सर्चलाइट के कुछ महत्वपूर्ण पहलू दिए गए हैं:
- यह अभियान पाकिस्तानी सेना द्वारा पूर्वी पाकिस्तान में स्वतंत्रता आंदोलन को दबाने के लिए किया गया था।
- इस अभियान के दौरान, पाकिस्तानी सेना ने बंगाली नागरिकों, विशेष रूप से हिंदुओं पर अत्याचार किए।
- ऑपरेशन सर्चलाइट बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की शुरुआत का कारण बना।
- 9 महीने के युद्ध के बाद, पाकिस्तानी सेना ने भारत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश बन गया।